वोटर अधिकार यात्रा के दौरान मुझे बिहार की उन बेटियों से मिलने का अवसर मिला, जो पहली बार वोट डालने जा रही हैं।<br /><br />बातचीत में एक बात बिल्कुल साफ़ दिखा कि बिहार की बेटियां प्रतिभा से भरी हैं, उनके इरादे बुलंद हैं और सपने बड़े। लेकिन असुरक्षा, असुविधा और अवसर की कमी उनकी राह रोक देती है।<br /><br />स्कूल और कॉलेज दूर हैं। बस और ट्रेन में छेड़छाड़ आम है। रास्तों में अंधेरा और असुरक्षा है। सरकारी शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था जर्जर हालत में है। अंधाधुंध निजीकरण ने ग़रीब और आम परिवारों की बेटियों को और पीछे धकेल दिया है।<br /><br />और इन हालातों से जूझकर भी जब वे अपने हक़ के लिए आवाज़ उठाती हैं, तो उन्हें ताना सुनना पड़ता है - तुम बहुत बड़ी नेता हो क्या?<br /><br />लेकिन यही सच्चाई है। बिहार की बेटियां बदलाव की सबसे बड़ी ताक़त हैं और उनकी आवाज़ दबाई नहीं जा सकती।<br /><br />हम मिलकर उन्हें हक़ और आज़ादी दिलाएंगे, ताकि हर बेटी बेख़ौफ़ होकर अपने सपनों की उड़ान भर सके।<br /><br />#rahulgandhi, #राहुल_गांधी, #VoterAdhikarYatra, #rahulgandhispeech <br />